नरेंद्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया. इसके बाद एनडीए के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया और समर्थन पत्र सौंपा. कुछ देर बाद राष्ट्रपति ने मोदी को सरकार बनाने का निमंत्रण भी दे दिया. राष्ट्रपति 9 जून को शाम 07.15 बजे राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी.
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में भारत ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू , भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और सेशेल्स के राष्ट्रपति वेवेल रामखेलावन को भी मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड भी शपथ ग्रहण में शामिल होंगे. दहल रविवार से भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर रहेंगे.
दिल्ली में होगी थ्री टियर की सिक्योरिटी
शपथ ग्रहण समारोह के लिए राजधानी दिल्ली थ्री टियर सिक्योरिटी (तीन लेयर की) रहेगी. राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनी, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) कमांडो, ड्रोन और स्नाइपर को तैनात किया जाएगा. शपथ ग्रहण में कई विदेशी नेता भी शामिल होंगे. ऐसे में पूरी राजधानी हाई अलर्ट पर रहेगी. दिल्ली पुलिस की ओर से शपथ ग्रहण को देखते हुए 9 और 10 जून के लिए कई तरह की पाबंदी भी लगा दी गई है. दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है.
हाई सिक्योरिटी जोन में प्रवेश पर रोक
शपथ ग्रहण को देखते हुए देश की खुफिया एजेंसियों के कंधों पर विदेशी मेहमानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी रहेगी. शपथ ग्रहण के तारीख की घोषणा होने के बाद से राजधानी दिल्ली में वाहनों की चेकिंग बढ़ा दी गई है. हाई सिक्योरिटी जोन में आम वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. राष्ट्रपति भवन और उसके आसपास के इलाके में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है और उधर से गुजरने वाले हर एक वाहनों की तलाशी हो रही है.
होटलों की जांच भी शुरू
विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को देखते हुए जहां वो ठहरेंगे उन होटलों की जांच शुरू कर दी गई है. शपथ ग्रहण में अब कुछ ही घंटों का समय बचा हुआ ऐसे में विदेशी मेहमानों के ठहरने और उनकी सुरक्षा को लेकर तैयारी की जा रही है. दिल्ली पुलिस की ओर से अलग-अलग जगहों पर कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं. निगरानी और किसी भी आपात खतरे और की जानकारी देने के लिए वहां सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जा रही है.
लोकसभा का पहला सत्र 15 जून तक होने की संभावना
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 15 जून के आसपास शुरू होने की संभावना है. सूत्रों ने कहा कि पहला सत्र जून के तीसरे हफ्ते में नवनिर्वाचित उम्मीदवारों द्वारा सदन के सदस्यों के रूप में शपथ लेने के साथ शुरू होगा. शपथ ग्रहण दो दिनों तक चलने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि अगले दिन राष्ट्रपति लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे और इस प्रकार सत्र का औपचारिक उद्घाटन करेंगे.
सत्र की तारीखों पर अंतिम फैसला नया केंद्रीय मंत्रिमंडल करेगा. सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों का दोनों सदनों से परिचय भी कराएंगे. सत्र 22 जून को खत्म होने की संभावना है. रविवार शाम राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद कैबिनेट की बैठक होने की संभावना है. बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की सलाह पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 जून को 17वीं लोकसभा भंग कर दी थी